कृषि कानूनों के विरोध में किसान नेता राकेश टिकैत लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर दिख रहे हैं। वो चुनावी राज्यों में जाकर लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग बीजेपी को वोट न दें। हाल ही में उन्होंने बंगाल में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित किया और कहा कि लोग आगामी बंगाल विधानसभा चुनाव में BJP को वोट न दें। राकेश टिकैत यह भी कहते रहे हैं कि बीजेपी के नेताओं के पास अपनी कोई शक्ति नहीं है, वो चाहकर भी कुछ नहीं कर सकते। उनका कहना है कि देश में बीजेपी की सरकार नहीं बल्कि कुछेक कंपनियों की सरकार चल रही है।
हाल ही में राकेश टिकैत ने अमर उजाला से बातचीत की और कहा कि अगर देश में किसी पार्टी की सरकार होती तो अब तक बात बन गई होती। जब उनसे कहा गया कि देश में भाजपा की सरकार तो है, 303 सांसद हैं उनके। इस बात पर राकेश टिकैत ने जवाब दिया, ‘नहीं है बीजेपी की सरकार, उनके लोग तो कैद में बंद हैं। कहां बोल रहे हैं वो। कोई नहीं बोल रहा। एकाध आदमी निकल के आए तो उसे ED का और बाकी संस्थाओं का डर दिखाकर बंद कर दें ये।’
उनकी इस बात पर उनसे पूछा गया कि फिर सरकार किसकी है, अगर BJP की नहीं है तो? राकेश टिकैत का जवाब था, ‘कंपनियों की सरकार है। गोदाम किसके पहले बने। कानून बनने से पहले गोदाम बन गए। इसका मतलब पहले से ही कंपनियों को पता था कि पार्लियामेंट में क्या कानून पास होना है। कंपनी की सरकार चल रही है देश में, और हम चलने नहीं देंगे।’
राकेश टिकैत ने कहा कि एक दिन के लिए चिल्ला बोर्डर ब्लॉक किया जाएगा, कब किया जाएगा इस संबंध में उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी। राकेश टिकैत हमेशा कहते रहे हैं कि वो भूख पर व्यापार नहीं होने देंगे। आज फिर मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने इस बात को दोहराया। उन्होंने कहा, ‘देश में एक नई विचारधारा जन्म लेगी, जो गरीबों की सुनेगी, मजदूरों की सुनेगी, किसानों की सुनेगी। दुनिया में भूख पर व्यापार न हो, हम उस कांसेप्ट पर काम करेंगे।’
राकेश टिकैत ने अपने राजनीति में आने की बात को भी सिरे से नकार दिया है और उनका कहना है कि राजनीति से देश का भला नहीं होने वाला है।